सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा कार्यक्रम के तहत चम्पावत जिले के मैदानी क्षेत्रों में पुलिस द्वारा कोहरे के दौरान दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आबारा पशुओ में लगाये जा रहे है रिफ्लेक्टर टैग ।
सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा कार्यक्रम के तहत चम्पावत जिले के मैदानी क्षेत्रों में पुलिस द्वारा कोहरे के दौरान दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आबारा पशुओ में लगाये जा रहे है रिफ्लेक्टर टैग ।
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मेरो पहाड़
सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा कार्यक्रम के तहत शीतकाल के दौरान कोहरे के कारण सड़कों में घूम रहे आवारा पशुओं को दुर्घटना से बचाने की उद्देश्य से चम्पावत जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर, बनबसा में आवारा पशुओं पर रिफ्लेक्टर टैग लगाये जा रहे है । कार्यक्रम के तहत जिले के मैदानी क्षेत्र के टनकपुर बनबसा के राष्ट्रीय राजमार्ग , शहरी क्षेत्र व सड़क किनारे बैठे , घूम रहे आवारा गोवंशीय पशुओं में प्रतिदिन रिफ्लेक्टर टैग लगाये जा रहे है । कार्यक्रम के तहत अभी तक 200 से अधिक पशु में रिफ्लेक्टर ट्रैक लगाए जा चुके है । जिले में पुलिस के यातायात प्रभारी ज्योति प्रकाश ने बताया कि शीतकाल के दौरान कोहरे के कारण सड़कों में घूम रहे आवारा गोवंशीय पशुओं के कारण अक्सर दुर्घटना होती रहती है जिससे मानवीय क्षति के साथ-साथ बेजुबान पशुओं को भी नुकसान पहुंचता है ।जिसे देखते हुए पुलिस अधीक्षक चंपावत के दिशा निर्देश में सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा कार्यक्रम के तहत आवारा पशुओं में रिफ्लेक्टर काऊ बेल्ट बांधी जा रही है । जिससे यातायात के दौरान वाहन चालकों को दूर से ही इसका आभास हो जाएगा तथा दुर्घटनाओ पर अंकुश लगेगा ।उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत प्रतिदिन 40 से अधिक गोवंशीय पशुओं में बेल्ट लगाई गई है ।
और यह कार्यक्रम आगे भी चलता रहेगा।